प्रयागराज फाफामऊ के गोहरी में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या के मामले में रविवार को बड़ी कार्रवाई हुई। पुलिस ने पड़ोस के गांव में रहने ...
प्रयागराज
फाफामऊ के गोहरी में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या के मामले में रविवार को बड़ी कार्रवाई हुई। पुलिस ने पड़ोस के गांव में रहने वाले पवन सरोज को गिरफ्तार करते हुए बताया कि वह वारदात में मारी गई किशोरी पर बुरी नजर रखता था। उसे व्हाट्सएप पर मैसेज भेजकर परेशान करता था।
वारदात से कुछ घंटों पहले भी उसने उसे आई लव यू का मैसेज भेजा था। जिसके जवाब में किशोरी ने उसे मैसेज के जरिए ही जलील किया था। अफसरों का कहना है कि परिस्थितिजन्य साक्ष्य उसके खिलाफ हैं और इसी आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया है। उसका एक साथी व ममेरा भाई गायब है जिनकी तलाश की जा रही है।
पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अफसरों ने इस बाबत जानकारी दी। इस दौरान एडीजी प्रयागराज जोन प्रेमप्रकाश, आईजी रेंज राकेश सिंह व डीआईजी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी मौजूद रहे। एडीजी जोन ने बताया कि हत्याकांड की जांच पड़ताल के क्रम में जब मृतकों के घर से बरामद मोबाइल को खंगाला गया तो एक अहम सुराग मिला।
एक अज्ञात नंबर का पता चला जिसके जरिए मोबाइल पर लगातार व्हाट्सएप के जरिए मैसेज भेजे जाते थे। तफ्तीश में पता चला कि यह नंबर पड़ोस के गांव कोरसंड में रहने वाले पवन सरोज का है जो मजदूरी करता है और मृतक की बिरादरी का ही है। उससे पूछताछ की गई तो वह पहले तो मैसेज भेजने की बात से साफ मुकर गया।
कहा कि उसने कोई मैसेज नहीं भेजा। फिर कड़ाई से पूछने पर कहा कि गांव का ही उसका दोस्त कैप्टन उसके मोबाइल से किशोरी को मैसेज भेजता था। हालांकि जब कैप्टन को सामने बैठाकर पूछताछ की गई तो यह साफ हो गया कि किशोरी को मैसेज भेजकर परेशान करने वाला वह ही है। जिसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया।
उसके घर की तलाशी ली गई तो वहां कुछ कपड़े मिले जिस पर खून जैसे धब्बे थे। हालांकि इसे साफ किया गया था। कपड़े के बाबत पूछने पर भी वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। एक और खास बात यह रही कि जिस दोस्त ने उसे किशोरी का नंबर दिया वह 21 नवंबर से ही गायब है।
इसी तरह पुलिस की गतिविधियां बढ़ते ही उसका एक रिश्तेदार भी दो दिन पहले घर छोड़कर लापता हो गया। एडीजी जोन ने बताया कि मोबाइल चैटिंग, खुद केबयानों में ही विरोधाभास, घर से बरामद धब्बे लगे कपड़े और दोस्त व रिश्तेदार का गायब होना कुछ ऐसे परिस्थिजन्य साक्ष्य हैं जिनको नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
यह भी तय है कि आरोपी किशोरी को लगातार मैसेज भेजकर परेशान कर रहा था और जिसका किशोरी विरोध भी करती थी। ऐसे में उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। आगे विवेचना के दौरान जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
डीएनए खोलेगा कई और राज
फाफामऊ कांड में गिरफ्तार पवन सरोज हत्या की वारदात में शामिल था या नहीं, यह राज डीएनए टेस्ट से खुलेगा। अफसरों का कहना है कि मृतक किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म हुआ था और उसके बॉडी पार्ट्स पर कुछ पदार्थ मिले थे जिनका सैंपल फोरेंसिक टीम ने एकत्र किया था। गिरफ्तार किए गए पवन सरोज के डीएनए सैंपल का मिलान मौके से बरामद इस सैंपल से कराया जाएगा। इसमें सबकुछ साफ हो जाएगा। एडीजी जोन ने बताया कि परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर सबसे ज्यादा शक के घेरे में पवन ही है, ऐसे में जल्द ही उसके डीएनए सैंपल की जांच कराई जाएगी।
किशोरी के ‘आई हेट यू’ लिखने के बाद अचानक बंद हुई चैटिंग
पुलिस अफसरों ने बताया कि अहम बात यह है कि 21 नवंबर यानी घटना वाली रात से पहले शाम को भी पवन सरोज ने अपने नंबर से एक मैसेज किशोरी के मोबाइल पर भेजा जिसमें उसने आई लव यू लिखा था। इसके कुछ देर बाद ही किशोरी की ओर से आई हेट यू लिखकर इस मैसेज का जवाब दिया गया।
चौंकाने वाली बात यह कि लगातार मैसेज भेजकर किशोरी को परेशान करने वाले पवन ने इसके बाद से उसे कोई मैसेज नहीं भेजा। जबकि अगले तीन दिन तक किशोरी और उसके परिजनों की लाश घर में ही पड़ी रही और इसकी भनक किसी को नहीं थी।
सवाल यह है कि लगातार मैसेज भेजने वाला शख्स ने अचानक से आखिर कैसे चैटिंग बंद कर दी। जबकि इससे पहले भी किशोरी मैसेज के जरिए ही उसका विरोध कई बार कर चुकी थी। कहीं ऐसा तो नहीं कि उसकी मौत की जानकारी आरोपी को हो गई थी और यही वजह थी कि फिर उसने उसके मोबाइल पर मैसेज नहीं भेजा।
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