नई दिल्ली। कोरोना की तीसरी लहर में दिल्ली में जान गंवाने वाले लोगों में ऐसे लोगों की संख्या अधिक है, जिन्होंने टीका नहीं लगवाया था या किसी...
नई दिल्ली। कोरोना की तीसरी लहर में दिल्ली में जान गंवाने वाले लोगों में ऐसे लोगों की संख्या अधिक है, जिन्होंने टीका नहीं लगवाया था या किसी दूसरी बीमारी से पीड़ित थे। रिपोर्ट्स के अनुसार दिल्ली में कोरोना से होने वाली मौतों का विश्लेषण किया गया तो कई सारी बड़ी बातें निकलकर सामने आईं। कोरोना मौतों को लेकर जो आंकड़े सामने आए हैं, उससे पता चलता है कि वैक्सीन अब तक असरदार साबित हुई है। क्योंकि ज्यादातर मौतें ऐसे लोगों की हुई है जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई थी।
अधिकारियों ने बताया कि 13 से 25 जनवरी के बीच 438 मरीजों की मौत हुई। इनमें से 94 मरीज ही ऐसे थे जिनकी मौत का प्रमुख कारण कोरोना था। अधिकारियों ने बताया कि इन 94 में से 5 ऐसे थे जो वैक्सीन लेने के लिए योग्य नहीं थे। वहीं 57 ऐसे लोग थे जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई थी, जबकि 32 ही ऐसे थे जिन्होंने वैक्सीन की पहली या दोनों डोज ली थी। अधिकारियों के मुताबिक मरने वालों में 64 प्रतिशत लोग ऐसे थे जो वैक्सीन लेने के लिए पात्र थे लेकिन उन्होंने वैक्सीन नहीं ली थी।
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