रांची: झारखंड पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है. पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुके कुख्यात उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के 8 सदस्य रांची पुलिस के हत्थे...
रांची: झारखंड पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है. पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुके कुख्यात उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के 8 सदस्य रांची पुलिस के हत्थे चढ़ गए हैं. पुलिस ने इन नक्सलियों के कब्जे से आधुनिक हथियारों के साथ-साथ लग्जरी कारें और लाखों रुपये कैश बरामद किया है.
रांची पुलिस के मुताबिक पकड़े गए उग्रवादी बीएमडब्लू और एमजी हेक्टर जैसी महंगी लग्जरी कारों का इस्तेमाल कर रहे थे. इनके कब्जे से पुलिस ने 77 लाख रुपये कैश, एक बीएमडब्ल्यू कार, एक महंगी थार जीप, एक एमजी हेक्टर कार, एक जाइलो और स्कूटी बरामद की है. पुलिस को इनके पास से एक पिस्टल, 32 कारतूस समेत कई आधुनिक हथियार मिले हैं. साथ ही 30 मोबाइल फोन और दर्जनों सिम भी किए गए हैं
जानकारी के मुताबिक रांची के एसएसपी को गुप्त सूचना मिली थी कि पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोत के गुर्गे हथियार और कारतूस देश के कई राज्यों में सप्लाई करते हैं. जिसके बल पर लेवी वसूलने का काम किया जाता है. इस पूरे मामले की छानबीन के लिए पुलिस ने एसआईटी टीम का गठन किया. एसआईटी ने बीती 6 जनवरी को धुर्वा थाना क्षेत्र में आने वाले धुर्वा डैम के पास छापेमारी की और वहां से 2 लोग गिरफ्तार किए गए.
फिर उन दोनों से पूछताछ के बाद उनकी निशानदेही पर पुलिस ने बिहार और दिल्ली में भी दबिश दी. पुलिस ने बिहार के बक्सर से 3 नक्सलियों को पकड़ा. जबकि रांची से ही अन्य पांच नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया. रांची के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) नौशाद आलम ने बताया कि पकड़े गए नक्सलियों के मोबाइल फोन की जांच में सीक्रेट असाइनमेंट भी पुलिस ने बरामद किए.
जिससे खुलासा हुआ कि इनका विदेशी कंसाइनमेंट भी फल फूल रहा था. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. पुलिस ये भी पता लगाना चाहती है कि क्या पकड़े गए नक्सलियों का कनेक्शन पाकिस्तान या बांग्लादेश से तो नहीं है. सिटी एसपी कुमार सौरभ के अनुसार पकड़े गए नक्सलियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 120बी और 17 सीएलए एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस तमाम एंगल से मामले की तफ्तीश कर रही है. गिरफ्तार किए गए नक्सलियों से लगातार पूछताछ की जा रही है.
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