नई दिल्ली। आने वाले दिनों में कोरोना के मामले बढ़ेंगे, इसे देखते हुए केंद्र सरकार ने कोरोना मरीजों के लिए होम आइसोलेशन को लेकर नई गाइडलाइंस...
नई दिल्ली। आने वाले दिनों में कोरोना के मामले बढ़ेंगे, इसे देखते हुए केंद्र सरकार ने कोरोना मरीजों के लिए होम आइसोलेशन को लेकर नई गाइडलाइंस जारी की हैं। अगर ओमिक्रॉन के मामले बढ़ते हैं और अस्पतालों पर दबाव पड़ता है तो बिना लक्षण और हल्के लक्षण वाले मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा जा सकता है।
नई गाइडलाइन में सरकार ने बुजुर्ग मरीजों को डॉक्टर की सलाह पर होम आइसोलेशन की अनुमति दी है। कोविड से संक्रमित बुजुर्ग मरीज अस्पताल में भर्ती होने के बजाय डॉक्टर की सलाह पर घर पर ही आइसोलेट हो सकते हैं।
हल्के लक्षण वाले मरीजों को घर में आइसोलेट होने को कहा गया है। नई गाइडलाइंस के मुताबिक, हल्के लक्षण वाले मरीज घर पर ही रहेंगे और घर पर प्रॉपर वेंटिलेशन रहना जरूरी है।
बिना लक्षण वाले और हल्के लक्षण वाले मरीज होम आइसोलेशन में रहेंगे, जिनका ऑक्सीजन लेवल 93% से ज्यादा हो.
हल्के और बिना लक्षण वाले मरीज जो होम आइसोलेशन में होंगे, उनसे जिले स्तर पर कंट्रोल रूम में लगातार संपर्क में रहना होगा। जो उन्हें जरूरत पड़ने पर टेस्टिंग और हॉस्पिटल बेड वगैरह समय पर दिलवा सके।
मरीजों को ट्रिपल लेयर मास्क पहनने और ज्यादा से ज्यादा लिक्विड पदार्थ लेने की सलाह दी गई है। यानी कि मरीज घर पर मास्क लगाकर रखें वो भी ट्रिपल लेयर वाला। वहीं, नियमित तौर पर ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ लेते रहें।
नई गाइडलाइंस में ऐसे कैंसर, एचआईवी मरीज या जिनका ट्रांसप्लांट हुआ हो, उन्हें डॉक्टर की सलाह के बाद ही होम आइसोलेशन में रहने को कहा गया है।
कोविड से संक्रमित मरीजों को स्टेरॉयड लेने से मना किया गया है। वहीं, सीटी स्कैन और चेस्ट एक्सरे भी बिना डॉक्टर की सलाह के मनाही है। दूसरी लहर के बाद ब्लैक फंगस के मामले सामने आए थे। जिसमें कहा जा रहा था कि कोविड के इलाज में स्टेरॉयड दवाइयों का इस्तेमाल भी इस बीमारी के फैलने के कारणों में से एक था।
पॉजिटिव होने के 7 दिन के बाद होम आइसोलेशन खत्म हो जाएगा और साथ में 3 दिनों तक बुखार लगातार ना रहे तो होम आइसोलेशन खत्म माना जाएगा और दोबारा टेस्ट की जरूरत नहीं होगी।
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