तरक्की और विकास का रिश्ता अच्छी कनेक्टिविटी से जुड़ा है। कनेक्टिविटी की सुविधा जितनी ज्यादा होगी वहां विकास उतना ही तेजी से होता है। यह सुव...
तरक्की और विकास का रिश्ता अच्छी कनेक्टिविटी से जुड़ा है। कनेक्टिविटी की सुविधा जितनी ज्यादा होगी वहां विकास उतना ही तेजी से होता है। यह सुविधा लोगों को एक दूसरे से जोड़ती है वही क्षेत्रीय असंतुलन को भी दूर करने में मदद करती है। अच्छी सड़क और हवाई कनेक्टिविटी जीवन स्तर को जांचने का भी पैमाना भी है। हाल के साढे तीन वर्षों में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बधेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में हवाई कनेक्टिीविटी की उम्मीदों को नई उड़ान है।
छत्तीसगढ़ में हाल के साढ़े तीन साल की बात करें तो यहां रायपुर के अलावा बिलासपुर और जगदलपुर से भी नियमित विमान सेवाएं संचालित होना प्रारंभ हुई हैं। वहीं एयरपोर्टों के विकास और अधोसंरचना विकास के कार्यों को गति मिली है। इससे प्रदेश के उत्तरी और दक्षिण क्षेत्रों में हवाई सेवाओं के विस्तार से विकास का नया मार्ग प्रशस्त होगा। बिलासपुर और जगदलपुर एयरपोर्ट में नाइट लैडिंग सुविधा के लिए पीबीएन प्रणाली भी स्थापित की जा रही है। इसके साथ साथ कोरबा में व्यावसायिक एयरपोर्ट के साथ कोरिया में नई हवाई पट्टी के विकास की योजना पर काम हो रहा है। अम्बिकापुर में 43 करोड़ रूपए की लागत से एयरपोर्ट रनवे भी बनाया जा रहा है। जगदलपुर, बिलासपुर और अम्बिकापुर एयरपोर्ट में ऑटोमेटेड एटीसी उपकरण स्थापित किए गए हैं।
मॉ दन्तेश्वरी एयरपोर्ट-राज्य शासन के प्रयासों से डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) द्वारा 2 सी व्हीएफआर श्रेणी के जगदलपुर एयरपोर्ट से 72 सीटर विमान द्वारा हवाई सेवा की स्वीकृति दी गयी एवं 21 सितम्बर 2020 से बस्तर अंचल के विकास का एक नया अध्याय प्रारंभ हुआ, जब जगदलपुर से रायपुर- हैदराबाद-बैंगलोर सेक्टर में नियमित घरेलू विमान सेवा का संचालन प्रारंभ हुआ। जगदलपुर एयरपोर्ट से प्रतिमाह लगभग तीन हजार यात्रियों द्वारा विमान सेवा का लाभ लिया जा रहा है। इंण्डिगो विमानन कम्पनी द्वारा सप्ताह में बुधवार, शनिवार एवं रविवार को दिल्ली-रायपुर-जगदलपुर-रायपुर-दिल्ली सेक्टर के लिये पैरामिलीटरी फोर्स हेतु विमानन सेवा शुरू की गयी है। उम्मीद है कि शीघ्र ही इस वायुमार्ग पर सामान्य सिविल उड़ान सेवा भी प्रारम्भ हो जायेगी।
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