ट्विन सिटी में ऐसे सैकड़ों बड़े मकान हैं जो बिना निगम की NOC लिए अपने घरों में हॉस्टल संचालित कर रहे हैं। ऐसे लोगों पर नकेल लगाने के लिए र...
ट्विन सिटी में ऐसे सैकड़ों बड़े मकान हैं जो बिना निगम की NOC लिए अपने घरों में हॉस्टल संचालित कर रहे हैं। ऐसे लोगों पर नकेल लगाने के लिए रिसाली नगर निगम ने कमर कस ली है। बुधवार को हुई एमआईसी की बैठक में सलाहकार समिति के पार्षदों ने प्रस्ताव रखा कि ऐसे घरों पर कमर्शियल टैक्स लगाया जाए।
एमआईसी की बैठक राजस्व, बाजार एवं वाहन विभाग के प्रभारी विलास राव बोरकर की अध्यक्षता में हुई। बैठक में पार्षदों सुझाव रखा कि रिसाली निगम क्षेत्र में कई पाश कॉलोनी हैं। यहां कई ऐसे आवास हैं जहां लोगों ने या तो खुद हॉस्टल संचालित किया है या फिर दूसरों को किराए पर दिया हुआ है। यहां लोग बकायदा मेस सुविधा के साथ हॉस्टल संचालित कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। इन लोगों में से एक भी व्यक्ति निगम में कमर्शियल टैक्स जमा नहीं करता है। समिति के सदस्यों का कहना था कि इसके लिए न केवल सर्वे कराया जाए, बल्कि नए सिरे से टैक्स का निर्धारण कराया जाए।
महापौर, सभापति, आयुक्त और ईई के लिए आएगी नई कार
बैठक में महापौर, सभापति, आयुक्त और कार्यपालन अभियंता के लिए नई कार खरीदने का प्रस्ताव रखा गया है। जल्द ही इन चारों अधिकारियों के पास नई कार होगी। इससे पहले भिलाई तीन चरौदा के महापौर निर्मल कोसरे ने कार लेने से इनकार कर दिया था। उनका कहना था कि जब तक निगम की आर्थिक स्थिति में सुधार नहीं होता तब तक वह नई कार में नहीं चढ़ेंगे।
की जा रही सरकारी जमीन की तलाश
रिसाली क्षेत्र में बहुत से भवन और निर्माण कार्य स्वीकृत हैं। जगह के अभाव में उनका निर्माण कार्य अटका पड़ा है। राजस्व विभाग सलाहकार समिति के सद्स्यों ने सरकारी जमीन तलाश करने सर्वे कराने का निर्णय लिया।
आय बढ़ाने पर जोर दिया गया।
सभी सदस्यों ने एक स्वर में कहा कि पूरे निगम क्षेत्र में दर्जन भर साप्ताहिक बाजार लगते हैं। यहां किसी भी बाजार में शुल्क की वसूली नहीं की जा रही है। जबकि निगम के कर्मचारी इन बाजारों में सफाई व्यवस्था पर बड़ी राशि खर्च करते हैं। टैक्स लगाने से निगम की इनकम भी बढ़ेगी।
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