रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा पर आखिरकार अमल शुरू हो गया। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षा के म...
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा पर आखिरकार अमल शुरू हो गया। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षा के मेधावी विद्यार्थियों के लिए हेलीकाप्टर से जॉयराइड शुरु हो गया। पहली बार कक्षा 10वीं और 12वीं के मेधावी बच्चों को अनूठे अंदाज में सम्मानित किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की वर्ष 2022 की वार्षिक परीक्षा में कक्षा 10वीं और 12वीं के 125 छात्र-छात्राओं ने प्रावीणय सूची में जगह बनाई है। इनमें कक्षा 10वीं के 90 और कक्षा 12वीं के 35 छात्र शामिल हैं। इन सभी को हेलीकाप्टर की सैर करवाई जा रही है। हेलीकाप्टर में 7 सीटें होने के कारण एक बार में 7 विद्यार्थी ही सैर कर पाएंगे। मेधावी 125 विद्यार्थियों को सैर कराने के लिए हेलीकाप्टर 18 बार उड़ान भरेगा।
छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने मेधावी विद्यार्थियों के अभिभावकों से हस्ताक्षर युक्त सहमति पत्र मांगा था। माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव प्रोफेसर वीके गोयल ने बताया कि अब तक 119 विद्यार्थियों के अभिभावकों से सहमति पत्र प्राप्त हुआ था। इन सभी विद्यार्थियों ने हेलीकाप्टर से सैर करने की इच्छा जाहिर की थी। सभी विद्यार्थियों को सर कराने में करीब 3 घंटे का समय लगेगा।
उल्लेखनीय है कि 6 मई को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के रघुनाथनगर में भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में पहुंचे थे। यहां स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल की छात्रा स्मृति ने मुख्यमंत्री से पूछा था कि मैं कब हेलीकाप्टर में बैठूंगी। मुख्यमंत्री ने इस पर कहा था कि जब तुम 12वीं कक्षा में टापर बनोगी, तब तुमकों हेलीकाप्टर में बैठाएंगे। उस समय स्मृति जिद पर अड़ गई कि उसे आज ही हेलीकाप्टर में बैठना है। मुख्यमंत्री ने उसकी जिद को पूरी करते हुए न सिर्फ उसे, बल्कि और भी बहुत से विद्यार्थियों को हेलीकाप्टर की सैर कराई थी। मुख्यमंत्री ने 5 मई को घोषणा की थी कि इस बार कक्षा 10वीं और 12वीं के टापरों को हेलीकाप्टर की सैर कराएंगे।
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