छत्तीसगढ़ में सरकार बनने के बाद संगठन में बदलाव के साथ मंत्रिमंडल का भी गठन किया जा रहा है। विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के करीब 19 दिन बाद...
छत्तीसगढ़ में सरकार बनने के बाद संगठन में बदलाव के साथ मंत्रिमंडल का भी गठन किया जा रहा है। विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के करीब 19 दिन बाद आज यानी शुक्रवार को अब साय कैबिनेट का विस्तार किया गया है। राजभवन में राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने 9 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई। साय ने अपने मंत्रिमंडल में पांच नए चेहरे और पूर्ववर्ती रमन कैबिनेट के चार पूर्व मंत्रियों पर दांव खेला है। साथ ही सबसे अधिक ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) वर्ग से पांच विधायकों को मंत्री पद देने का निर्णय लिया गया है, जो कि पहली बार मंत्री बनेंगे।
दरअसल, संभागवार और वर्गवार मंत्री मंडल के बंटवारे को देखा जाए तो सरगुजा संभाग से मुख्यमंत्री के साथ 3 मंत्री बनाए गए हैं। रायपुर संभाग से 2 मंत्री, दुर्ग संभाग से डिप्टी सीएम के साथ 1 मंत्री,बिलासपुर संभाग से डिप्टी सीएम के साथ 1 मंत्री और बस्तर संभाग से केवल एक मंत्री बनाया गया है। वहीं, वर्ग वार की बात करें तो साय कैबिनेट में ओबीसी वर्ग का दबदबा है। डिप्टी सीएम अरुण के अलावा 5 ओबीसी वर्ग के नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह दी गई थी. एसटी से 3 ,जनरल से 3 और एक मंत्री एससी वर्ग से बनाया गया है।
देखिए मंत्रियों की लिस्ट
जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ में विष्णु देव साय के विस्तारित होने वाले मंत्री मंडल में कुल नौ विधायक मंत्री के रूप में शपथ लिए। इसमें राजधानी की रायपुर दक्षिण सीट से विधायक बृजमोहन अग्रवाल, बलरामपुर-रामानुजगंज जिले की रामानुजगंज सीट से विधायक रामविचार नेताम, बस्तर के नारायणपुर सीट से विधायक केदार कश्यप, दुर्ग संभाग की बेमेतरा जिला स्थित नवागढ़ सीट से विधायक दयाल दास बघेल, कोरबा सीट से बने विधायक लखनलाल देवांगन, मनेंद्रगढ़-भरतपुर-चिरमिरी जिले की मनेंद्रगढ़ क्षेत्र के विधायक श्याम बिहारी जयसवाल, रायगढ़ सीट के विधायक ओपी.चौधरी, सूरजपुर जिले की भटगांव विधायक लक्ष्मी राजवाड़े और बलौदाबाजार-भाटापारा जिले की बलौदाबाजार से विधायक टंकराम वर्मा कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लिया।
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