अंबिकापुर। रामानुजंगज राष्ट्रीय राजमार्ग पर शहर सीमा में स्थित शंकर घाट के नजदीक वनभूमि पर कब्जे के विरुद्ध सोमवार को वन विभाग ने अभियान चला...
अंबिकापुर। रामानुजंगज राष्ट्रीय राजमार्ग पर शहर सीमा में स्थित शंकर घाट के नजदीक वनभूमि पर कब्जे के विरुद्ध सोमवार को वन विभाग ने अभियान चलाया। विरोध के बीच वन भूमि को अतिक्रमण मुक्त किया गया। मौके से लकड़ी तथा लोहे की जाली भी जब्त की गई। इस दौरान कार्रवाई का विरोध भी किया गया। लोगों का आरोप था कि विभाग पक्षपातपूर्ण कार्रवाई कर रहा है। कई अन्य लोगों ने भी आसपास वन भूमि पर कब्जा किया है मकान का भी निर्माण कराया गया है लेकिन उनके विरुद्ध कार्रवाई नहीं की जा रही है।
दरअसल शंकर घाट के आसपास वन भूमि संरक्षण और संवर्धन की जवाबदारी शंकर घाट वन प्रबंधन समिति को दी गई है। वन प्रबंधन समिति द्वारा संजय पार्क का भी संचालन किया जाता है। शंकर घाट के नजदीक रामानुजगंज राष्ट्रीय राजमार्ग से लगे हुए क्षेत्र में पिछले कुछ समय से वन भूमि पर कब्जा चल रहा था। कई लोगों ने खाली जमीन पर लोहे की जाली से फेंसिंग कर ली थी।मवेशियों को रखने के अलावा सब्जियों की खेती भी की जा रही थी। भविष्य में पक्का निर्माण करने की योजना थी।
शुरू में एक- दो लोगों ने ही वन भूमि पर कब्जा किया था। बाद में देखा देखी अतिक्रमण का दायरा लगातार बढ़ रहा था। बेशकीमती वन भूमि पर कब्जे को लेकर शिकायतें भी सामने आ रही थी। शंकर घाट विस्तारीकरण के लिए जिस क्षेत्र में भविष्य में सुविधा विस्तार के कार्य करने का प्रस्ताव था इस क्षेत्र में वन भूमि पर कब्जा किया जा रहा था। शिकायत सामने आने के बाद सोमवार की सुबह वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। वन भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू हुई तभी लोगों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। कुछ लोगों का कहना था कि वन विभाग पक्षपात पूर्ण कार्रवाई कर रहा है। वन भूमि पर आसपास के क्षेत्र में वर्षों से अतिक्रमण हो रहा है लेकिन उसे पर कार्रवाई नहीं की गई है।
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