महासमुंद । ग्रीष्मकाल में कई गांव में पेयजल समस्या संबंधी जानकारी मिलने के पश्चात प्रशासन ने गंभीरता से प्रयास करते हुए जल आपूर्ति के लिए ...
महासमुंद । ग्रीष्मकाल में कई गांव में पेयजल समस्या संबंधी जानकारी मिलने के पश्चात प्रशासन ने गंभीरता से प्रयास करते हुए जल आपूर्ति के लिए तत्काल कदम उठाए हैं।कलेक्टर प्रभात मलिक के निर्देश पर ऐसे गांव में आवश्यकता अनुसार बोर खनन के निर्देश दिए हैं। जहां वैकल्पिक व्यवस्था हो सकती है वहां व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए गए हैं । कलेक्टर ने कहा कि ग्रीष्म काल में लोगों को पेयजल उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता में है। उन्होंने जनपद के सभी मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को ऐसे गांव का चिन्हांकन कर विशेष व्यवस्था कर करने के निर्देश दिए है।
सरायपाली विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पैकिन के डीपापारा मोहल्ला में बोर खराब होने के कारण पेयजल की समस्या आ गई थी। जिसे तत्काल संज्ञान में लेते हुए मोहल्ला वासियों को निजी बोर से पेयजल उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई। इसके अलावा लगभग 100 मीटर की दूरी पर सार्वजनिक बोर से भी पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। जनपद सीईओ अमित हालदार ने बताया कि बोर खराब की सूचना मिलते ही उसकी मरम्मत करके बोर चालू कर दिया गया है। इसके अलावा एक नया बोर खनन भी कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अंचल में पेयजल की समस्या को लेकर प्रकाशन सचेत है और तत्काल पेयजल उपलब्धता के लिए प्रयासरत है।
इसी तरह महासमुंद विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत चुहरी के आश्रित गांव बोरिद में पेयजल की माकूल व्यवस्था की गई है। जनपद सीईओ मंडावी ने बताया कि यहां गांव में दो सोलर पंप लगाए गए हैं। वहीं स्कूल परिसर में स्थित बोर को भी ग्रामीणों के लिए बाहर निकाल कर पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। इसके अलावा एक हैंड पंप में विद्युत मोटर डालकर चालू किया गया है और पानी की आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रशासन का यह प्रयास है कि लोगों को पेय जलापूर्ति के लिए किसी तरह की समस्या न हो।
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