रायपुर। कलिंगा विश्वविद्यालय नेे बताया कि भारत कलिंगा विश्वविद्यालय को अपने पांचवें उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) के उद्घाटन की घोषणा करते हुए गर...
रायपुर। कलिंगा विश्वविद्यालय नेे बताया कि भारत कलिंगा विश्वविद्यालय को अपने पांचवें उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) के उद्घाटन की घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है। यह उत्कृष्टता केन्द्र सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के विकास के लिए समर्पित है। यह महत्वपूर्ण आयोजन इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में विकास और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करके क्षेत्र में एमएसएमई को बढ़ावा देने और विकसित करने में एक प्रमुख मील का पत्थर है।
विश्वविद्यालय नेे बताया कि उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना सक्रिय समर्थन और मार्गदर्शन से की गई है, जो देश में एमएसएमई क्षेत्र की वृद्धि और विकास के लिए काम करने वाला एक प्रमुख निजी संगठन है - जिसका उद्देश्य एमएसएमई के बीच नवाचार, उद्यमशीलता और कौशल विकास को बढ़ावा देना, छोटे और मध्यम उद्यमों को सशक्त बनाने के लिए आवश्यक समर्थन, संसाधन और वकालत प्रदान करना है।
विश्वविद्यालय नेे बताया कि यह केंद्र अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है, जिसमें उन्नत प्रयोगशालाएं, अनुसंधान केंद्र और इनक्यूबेशन स्थान शामिल हैं, जो सभी नए विचारों को बढ़ावा देने और छोटे व्यवसायों के विकास में तेजी लाने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. संदीप गांधी ने उपस्थित लोगों का स्वागत किया और विश्वविद्यालय के दृष्टिकोण और एमएसएमई को उत्कृष्टता केंद्र से मिलने वाले लाभों के बारे में विस्तार से बताया।
विश्वविद्यालय नेे बताया कि अपना उत्साह व्यक्त करते हुए डॉ. गाँधी ने कहा, कलिंगा विश्वविद्यालय में इस पहल से न केवल हमारे छात्रों और संकाय को लाभ होगा, बल्कि अत्याधुनिक संसाधनों और विशेषज्ञता के साथ एमएसएमई को सशक्त बनाकर स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा।
No comments