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सीएम योगी से एक मुलाकात और मान गईं नाराज अपर्णा यादव, जल्द संभालेंगी नई जिम्मेदारी

सपा संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव को लेकर कहा जा रहा था कि वह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से नाराज च...

सपा संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव को लेकर कहा जा रहा था कि वह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से नाराज चल रही हैं, लेकिन उन्होंने बीते दिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की है, जिसके बाद सभी गिले-शिकवे दूर हो गए हैं. अपर्णा यादव प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी से भी मुलाकात कर चुकी हैं. कहा जा रहा है कि अब वे जल्द ही यूपी महिला आयोग के उपाध्यक्ष पद का कार्यभार संभाल लेंगी.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद अपर्णा यादव मान गई हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सीएम योगी ने आगे उनके मान-सम्मान के अनुसार उन्हें जिम्मेदारी देने का भरोसा दिया है. इसके बाद अपर्णा ने महिला आयोग के उपाध्यक्ष पद पर कार्यभार लेने का फैसला किया है. बताया गया है कि इसी हफ्ते वे महिला आयोग जाकर अपना काम शुरू कर देंगी.

अपर्णा को लेकर भूपेंद्र चौधरी ने दिया था बयान

मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा 2022 के विधानसभा चुनाव के समय बीजेपी में शामिल हुई थीं. कल रात उन्होंने अपने पति प्रतीक के साथ सीएम योगी से उनके घर पर मुलाकात की थी. दरअसल, 3 सितंबर को यूपी महिला आयोग का गठन किया गया था, जिसमें समाजवादी पार्टी से आईं आगरा की बबिता चौहान को अध्यक्ष और चारू चौधरी को उपाध्यक्ष बनाया गया था. अपर्णा यादव दूसरी उपाध्यक्ष हैं. अपर्णा उपाध्यक्ष बनाए जाने से नाराज चल रही थीं. उनकी इच्छा इससे बड़े पद की है. जिस पर यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी ने कहा था कि कोई काम छोटा बड़ा नहीं होता है.

सपा की टिकट पर लड़ चुकी हैं विधानसभा चुनाव

अपर्णा यादव मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू हैं. वे बीजेपी ज्वॉइन करने से पहले पार्टी की समर्थक रही हैं. उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए 11 लाख रुपए का दान दिए थे. अपर्णा यादव की शादी मुलायम सिंह की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता के बेटे प्रतीक यादव से हुई है. उन्होंने 2017 में समाजवादी पार्टी की टिकट पर विधानसभा चुनाव लखनऊ कैंट सीट से लड़ा था. वह दूसरे स्थान पर रही थीं. उन्हें भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार रीता बहुगुणा जोशी ने हराया था और उन्हें करीब 63,000 वोट मिले थे.

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