राजनांदगांव। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह आज छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर जिला मुख्यालय के पद्मश्री गोविन्दराम निर्मलकर ऑडिटोरिय...
राजनांदगांव। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह आज छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर जिला मुख्यालय के पद्मश्री गोविन्दराम निर्मलकर ऑडिटोरियम गौरव पथ राजनांदगांव में आयोजित राज्योत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने सभी को छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण 1 नवम्बर 2000 में हुआ था, तब से लेकर 2024 तक छत्तीसगढ़ राज्य की यात्रा और विकसित राज्य बनाने की पहल ने सभी के समक्ष गवाही दी है। उन्होंने कहा कि 24 वर्षों का यह उत्सव और राज्य निर्माण का यह श्रेय देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी को है। राज्य निर्माण के बाद छत्तीसगढ़ अग्रणी राज्य में शामिल है और प्रदेश ने विभिन्न उपलब्धियां हासिल की है। उन्होंने बताया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री के पद कार्य करते हुए 15 वर्षों में छत्तीसगढ़ में पलायन की पीड़ा को देखते हुए प्रदेश को इस पीड़ा से मुक्त करने के लिए श्रमिकों को अतिरिक्त सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कार्य किया गया। गांव में 1 रूपए की दर से प्रति किलो चावल उपलब्ध कराने से पलायन रूक जाएगा, इस सोच के साथ यह कार्य आरंभ किया गया। छत्तीसगढ़ में मुख्यत: कुपोषण को दूर करने की दिशा में नीतिगत निर्णय लिए गए। मुख्यमंत्री खाद्यान्न सुरक्षा अधिनियम कानून बनाया गया। जनसामान्य को यह गारंटी है कि इस कानून को नहीं बदल सकते। उन्होंने बताया कि 24 वर्षों में प्रदेश में अद्भुत परिवर्तन आया है। हम अपने प्रदेश पर गर्व करना सीखें और इसे आगे बढ़ाएं। डॉ. रमन सिंह ने विभिन्न विभागों द्वारा संचालित शासकीय योजनाओं से हितग्राहियों सामग्री एवं चेक वितरण कर लाभान्वित किया।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ अद्भुत संभावनाओं से भरा प्रदेश है। यहां 44 प्रतिशत भू-भाग वना आच्छादित है। यहां के वनों में साल, सागौन, आंवला, हर्रा, बहेरा प्रचुर मात्रा में पाए जाते है। छत्तीसगढ़ में वनवासियों के जीवन में परिवर्तन आया है। स्वास्थ्य, शिक्षा, रोड कनेक्टिीविटी, विद्युत, जैसी सुविधाएं अबूझमाड़ के क्षेत्रों तक पहुंची है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में देश के कोयला भंडार का 18 प्रतिशत है। वहीं लोहा एवं अन्य खनिज पदार्थ प्रचुर मात्रा में पाए जाते है। ऊर्जा के क्षेत्र में भी प्रदेश सशक्त बना है। प्रदेश को राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने में देश के महान विभूतियों ने अपना योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि इसी तरह राजनांदगांव में अनमोल कडिय़ों में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ठाकुर प्यारे लाल सिंह, गजानंद माधव मुक्तिबोध, डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बखशी, डॉ. बलदेव प्रसाद मिश्र का महान साहित्यकरों का योगदान रहा है। राजनांदगावं में रमेश खर्रे, रम्मु श्रीवास्तव, विरेन्द्र बहादुर, पद्मश्री गोविंदराम निर्मलकर एवं कई विभूतियों ने सेवा की है। राजनांदगांव तेजी से विकास की दिशा में अग्रसर है। 370 करोड़ रूपए की लागत से मेडिकल कालेज का निर्माण, 300 करोड़ रूपए की लागत से शासकीय मातृ शिशु अस्पताल तथा दिव्यांगजनों के लिए सीआरसी सेंटर का निर्माण किया गया है। छत्तीसगढ़ की यात्रा में प्रदेश 26वें राज्य बनने के बाद स्थापित हुआ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करते है कि वर्ष 2047 में हमारा देश 100 वर्ष की शताब्दी को पूर्ण करेगा, तब यह विकसित राज्य की श्रेणी मेें पहले या दूसरे पायदान पर होगा। इसी तरह हमारा छत्तीसगढ़ 2047 में देश के पहले या दूसरे पायदान पर होगा। हम छत्तीसगढ़ को मजबूत करेंगे। उन्होंने कहा कि 500 वर्ष के बाद इतिहास को बदलने तथा संस्कृति एवं स्वाभिमान के संरक्षण का कार्य अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के रूप में की गई है।
अध्यक्ष जिला पंचायत गीता साहू ने कहा कि आज राज्य स्थापना का 24वां वर्ष मनाया जा रहा है। उन्होंने सभी को राज्य स्थापना की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ राज्य बना है इसका पूरा श्रेय पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को जाता है। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ की स्थापना हुई है। छत्तीसगढ़ नाम हमारी शान है। कही भी जाते हैं तो शान से छत्तीसगढ़ राज्य का नाम लेते हैं। छत्तीसगढ़ का निर्माण हुआ तो 15 वर्षों में छत्तीसगढ़ के तत्कालीन मुख्यमंत्री के रूप में डॉ. रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ को चलना सिखाया। उन्होंने शिक्षा को मजबूत किया, सड़क बनवाएं एवं प्रदेश को विकास पथ की ओर आगे बढ़ाया। उन्होंने कहा कि कुपोषण को दूर करने के लिए शासन द्वारा बहुत अच्छा कार्य किया जा रहा है।
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